Friday, April 20, 2012
आशुतोष राणा और वो सागर हॉस्टल के बीते दिन -------
आशुतोष राणा और वो सागर हॉस्टल के बीते दिन --------बहुत दिनों के बाद मै अपनी श्रीमती को सब इंस्पेक्टर की ट्रेनिंग के लिए सागर छोड़ने गया ,तो मेरा मन एक बार फिर से विवेकानंद हॉस्टल ,टैगोर हॉस्टल देखने को बैचेन होने लगा , मैंने एक बार अपनी यादो को ताजा करने का मन बनाया ,सब कुछ वही,केवल पड़ने आये अपने छोटे भाइयो के चेहरे बदले नजर आये ....एक भी साथी पुराना नहीं मिला ....बस कुछ यादे पुरानी थी .....आशुतोष राणा .....वीरेन्द्र शर्मा ....गजेन्द्र सिंह चौहान ....जीतेन्द्र सिंह ठाकुर .....विनय मदान , पदमसिह जी ...वो सारे साथी ...कुछ हमारे बड़े भाइयो के चेहरे भी मुझे बैचेन कर रहें थे ....लगता था रूम नंबर १२० से वीरेन्द्र शर्मा जी निकलकर पूछेंगे की मुकेश बाबु कैसे हो ....? आशुतोष राणा जी गलियारे से निकलकर कहने लगेंगे चलो मुकेश भाई सिटी से हो आते है , गजेन्द्र सिंह चौहान जी पूछेंगे खाने को कुछ ले आया क्या ? जीतेन्द्र सिंह ठाकुर मेरा यार कहेगा आजा यार अब खाना खा लेते है ....मेरी वो तमाम यादे ताजा होने लगी , जब मैंने आशुतोष राणा को फिल्म संघर्ष में देखा तो यकीन नहीं हुआ की आशुतोष राणा जी जो की हमारे साथ ही विवेकानंद हॉस्टल में हमारे बगल में ही सेकंड फ्लोर पर रहते थे और फिल्म स्टार बन गए है तो मानो मन ख़ुशी से भर गया था ,लेकिन आखिर हमारी माने कौन की आशुतोष राणा जी हमारे करीब ही नहीं बल्कि सालो तक साथ रहें है ,उनके रूम पार्टनर विनय मदान जी ,पदमसिह जी ने हमे हमेशा छोटे भाइयो की तरह स्नेह दिया था ,सागर के उन दिनों को याद करके बहुत कुछ कमी महसूस हुई और मै समझता हु इस कमी को कभी भी अब पूरा नहीं किया जा सकता ,अब उन दिनों की यादे मन को बहुत रोमांचित करती है ......य़ू तो आशुतोष राणा जी ने कई फिल्मो में अभिनय किया है जैसे -प्रमुख फिल्में--२००६- बंगारम
2005- कलयुग
2005 शबनम मौसी
2004 अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों
2004 चोट
2004 वेंकी
2003 एल ओ सी कारगिल
2003 हासिल
2003 दिल परदेसी हो गया
2003 संध्या
2003 श्श
2003 २ अक्टूबर
2002 कर्ज़
2002 राज़
2002 अनर्थ
2002 अंश
2002 गुनाह
2002 अब के बरस
2002 डैंजर
2001 कसूर
2001 गुरु महागुरु
2000 बादल
2000 तरकीब
2000 लाडो
1999 संघर्ष
1999 जानवर
1998 दुश्मन
1998 ग़ुलाम
1998 ज़ख्म
1997 कॄष्ण अर्जुन
1996 संशोधन
1995 स्वाभिमान लेकिन मुझे संघर्ष और दुश्मन ने बहुत प्रभावित किया है .............
2005- कलयुग
2005 शबनम मौसी
2004 अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों
2004 चोट
2004 वेंकी
2003 एल ओ सी कारगिल
2003 हासिल
2003 दिल परदेसी हो गया
2003 संध्या
2003 श्श
2003 २ अक्टूबर
2002 कर्ज़
2002 राज़
2002 अनर्थ
2002 अंश
2002 गुनाह
2002 अब के बरस
2002 डैंजर
2001 कसूर
2001 गुरु महागुरु
2000 बादल
2000 तरकीब
2000 लाडो
1999 संघर्ष
1999 जानवर
1998 दुश्मन
1998 ग़ुलाम
1998 ज़ख्म
1997 कॄष्ण अर्जुन
1996 संशोधन
1995 स्वाभिमान लेकिन मुझे संघर्ष और दुश्मन ने बहुत प्रभावित किया है .............
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